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श्रद्धा सुमन

श्री तिलक राज अग्रवाल


श्री तिलक राज अग्रवाल ने 81 वर्ष की आयु में अपनी इहलीला समाप्त की। वह टैगोर पार्क, किंग्ज़वे कैम्प में रहते थे। उनके पुत्र ने बहुत गर्व से उनके विषय में बात करते हुए बताया कि उनमें टीम लीडर की सभी खूबियां थीं। वह सामाजिक व राजनीतिक क्षेत्र में बहुत सक्रिय थे और सबको अपने साथ लेकर चलते थे। किसी भी समय किसी की भी मदद करने को हमेशा तैयार रहते थे। वह बाल्यावस्था से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे। सन् 1997 से 2002 तक वह दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी {बीजेपी} के नगर निगम पार्षद रहे। उन्होंने स्वप्रेरणा से दधीचि देह दान समिति के माध्यम से देह दान का अपना संकल्प पत्र भरा हुआ था। परिवार ने उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए 1 जनवरी, 2020 को उनका पार्थिव शरीर अम्बेडकर मेडिकल काॅलेज के छात्रों की पढ़ाई के लिए दान में दिया। मानवता की सेवा के लिए किए गए इस महादान के लिए परिवारजनों का साधुवाद। उनके नेत्र वेणु आई सेन्टर की टीम द्वारा ससम्मान दान में लिए गए। दधीचि परिवार दिवंगत आत्मा को सादर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करता है।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री अविनाश अग्रवाल, 9811447608

श्रीमती रजनी गुप्ता


श्रीमती रजनी गुप्ता ने 62 वर्ष की आयु में अपनी इहलीला समाप्त की। वह सिविल लाइन्स में रहती थीं। उनके निकट सम्बंधियों ने उनके नेत्र दान का निर्णय लेकर मानवता की सेवा के लिए एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है। मरणोपरांत 5 जनवरी, 2020 को गुरु नानक आई सेन्टर की टीम ससम्मान उनके नेत्र दान में लेकर गई। परिवारजनों का अभिवादन। दधीचि परिवार दिवंगत आत्मा को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करता है।

सम्पर्क सूत्र - ननद श्रीमती संगीता गोयल, 9899939391

श्री ललित मोहन गुप्ता


गाज़ियाबाद निवासी श्री ललित मोहन गुप्ता का 6 जनवरी, 2020 को निधन हो गया। वह 76 वर्ष के थे। सरल स्वभाव व सादा जीवन उनकी विशेषता थी। उनके पुत्र ने बताया कि वह वैश्य समाज की गतिविधियों में कुछ समय सक्रिय रहे। रामप्रस्थ सीनियर सिटिज़न सोसायटी के कोषाध्यक्ष के रूप में भी उन्होंने कुछ समय अपना योगदान किया। श्री ललित मोहन के देहावसान के बाद परिवारजनों ने मानवता की सेवा के लिए उनके नेत्र दान करने का निर्णय लिया। वेणु आई सेन्टर की टीम ससम्मान उनके नेत्र दान में लेकर गई। परिवारजनों का साधुवाद। दिवंगत आत्मा को ईश्वर अपने श्री चरणों में स्थान दें - ऐसी हमारी सविनय प्रार्थना है।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री गौरव गुप्ता, फोन नम्बर न देने का आग्रह

श्री चन्द्रभान कालरा


पीतमपुरा निवासी श्री चन्द्रभान कालरा ने 80 वर्ष की आयु में अपनी इहलीला समाप्त की। उनके पुत्र ने आदरपूर्वक निम्न शब्दों में अपने पिता को याद किया:-

"{चन्द्रभान कालरा 25 जुलाई 1935-7 जनवरी 2020} बाऊ जी का जन्म 25 जुलाई, 1935 पाकिस्तान के गढ़महराजा ज़िले में हुआ। आपने अपनी प्राथमिक शिक्षा भी वहीं से प्राप्त की तथा बाकी शिक्षा डीएवी, दिल्ली से सम्पन्न की।

आपका विवाह 1964 में सुशीला कालरा जी के साथ सम्पन्न हुआ जिनसे आपको दो पुत्र रत्नों की प्राप्ति हुई - राजेश एवं योगेश।

आपका बचपन खेल-कूद के बजाए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ कर अंत तक उसकी सेवा करते हुए बीता। आप सेवा भारती एवं आर्य समाज के भी समर्पित कार्यकर्ता रहे।

वह अपने पोते-पोतियों के भी घनिष्ठ मित्र थे, उन्हें कहानियां, लतीफे व इतिहास की भी जानकारियां देते थे। वह उनके साथ मिल कर बिल्न्कुल बच्चा बन जाते और बहुत दावतें करते। वह बच्चों को मन्दिर व रामलीला भी लेकर जाते, विभिन्न देशभक्तों जैसे स्वामी विवेकानन्द व वीर सावरकर आदि की पुस्तकें भी बच्चों को भेंट करते।

कालरा परिवार ने अपने पिता जी के नाम से ‘मूलचन्द आत्माराम आयुर्वेेदिक औषधालय’ की भी स्थापना {आर्य समाज, सन्देश विहार} की, जिसमें आयुर्वेदिक व आंखों की चिकित्सा निःशुल्क की जाती है। आपने जीवन भर समाज की भरपूर सेवा की और अंत में भी समाज की सेवा के लिए अपनी देह का दान कर दिया। आपसे प्रेरित होकर अन्य सदस्यों ने भी देह दान का संकल्प लिया है।

बाऊ जी मेरा सहारा मेरा संकल्प हो आप।
घर के हर कोने में शामिल हो आप।
हमारी यादों में प्रेरणास्रोत बन कर हमेशा हमारे साथ हो आप।।
’’

स्वर्गीय चन्द्रभान कालरा की इच्छा का सम्मान करते हुए परिवारजनों ने 7 जनवरी, 2020 को उनका पार्थिव शरीर राममनोहर लोहिया अस्पताल में चिकित्सा शास्त्र की सेवा में दान किया। उनके नेत्र राजेन्द्र प्रसाद आई सेन्टर {एम्स} की टीम द्वारा ससम्मान दान में लिए गए। परिवारजनों का अभिवादन। दिवंगत आत्मा को हम सादर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री राजेश कालरा, 9810531575

श्रीमती सुरेश बाला


श्रीमती सुरेश बाला ने 9 जनवरी, 2020 को 52 वर्ष की आयु में अपनी इहलीला समाप्त की। वह यमुना नगर, हरियाणा में रहती थीं। वह सच्चा सौदा के सत्संग में नियमित जाती थीं। आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी न होने पर भी हर समय दुःखियों का दर्द कम करने की उनकी इच्छा बनी रहती थी व दया भाव से हर सम्भव सहायता करती थीं। अपने गुरु जी के वचनों से उन्हें देह दान की प्रेरणा मिली। परिवारजनों ने बड़ी लगन व समर्पण भाव से उनकी इस इच्छा का सम्मान किया। यमुना नगर से लेडी हार्डिंग मेडिकल काॅलेज, दिल्ली तक लाना पार्थिव शरीर को लाना कोई आसान काम नहीं था। हमारी दधीचि देह दान समिति के निष्ठावान कार्यकर्ता श्री सुधीर गुप्ता के साथ परिवार ने पूरी सहनशीलता का परिचय देते हुए 10-12 घंटों के निरन्तर तालमेल से इस प्रक्रिया को पूरा किया। परिवार का अभिवादन। दिवंगत आत्मा की शान्ति के लिए हम प्रार्थना करते हैं।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री कृष्ण कुमार, 9050036804

श्री विष्णु बिहारी अस्थाना


श्री विष्णु बिहारी अस्थाना ने 81 वर्ष की आयु में परलोक गमन किया। वह पटपड़ गंज में रहते थे। उनके दामाद ने श्रद्धा पूर्वक उनके विषय में लिख कर भेजा है:-

Sh. VBL Asthana was born on 1st December, 1938 in Meerut, UP. He lost his parents at a very early age. His childhood passed in Arya Samaj environment. He was well knowledgeable about vedic tradition. He did his studies from Bijnaur, and, BA, LLB, DPA Criminology from Lucknow Universityu. He served Customs & Central Excise Department and retired as Superintendent in 1996. He tought us never ever panic in difficult situation but to deal firmly with it. He believed in moving forward. He was a person of strong principles.

He was very firm to donate his body after his death for medical rsearch so he repeatedly asked family members to do so. Remembering the sweet time and memories with him makes it hard to forget. May his soul rest in peace.

Our family is very much thankful to Dadhichi Organization in this regards.

9 जनवरी, 2020 को उनका पार्थिव शरीर यूसीएमएस में चिकित्सा शास्त्र की पढ़ाई कर रहे छात्रों के उपयोग के लिए दान किया गया। इस महादान के क्रियान्वयन के लिए परिवारजनों का साधुवाद। दिवंगत आत्मा को ईश्वर अपने श्री चरणों में स्थान दें - ऐसी हमारी विनम्र प्रार्थना है।

सम्पर्क सूत्र - दामाद श्री प्रबोध कुमार श्रीवास्तव, 9818109945

श्रीमती विमला देवी


श्रीमती विमला देवी ने 95 वर्ष की आयु में अपनी इहलीला समाप्त की। वह रोहिणी में रहती थीं। उनके पुत्र ने फोन पर बताया कि वह खुशमिज़ाज व मिलनसार स्वभाव की महिला थीं। घर आने वाले हर व्यक्ति का स्वागत सत्कार प्रेम से करती थीं। पूजा-पाठ उनकी नियमित दिनचर्या का हिस्सा था। मरणोपरान्त 12 जनवरी, 2020 को उनके नेत्र दान का निर्णय लेकर परिवार ने समाज में एक प्रेरणास्पद उदाहरण प्रस्तुत किया है। राजेन्द्र प्रसाद आई सेन्टर की टीम ससम्मान उनके नेत्र लेकर गई। परिवारजनों का साधुवाद। दिवंगत आत्मा को समिति परिवार की सादर श्रद्धांजलि।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री जितेन्द्र बंसल, 9818446005

श्री सम्पत लाल डागा


श्री सम्पत लाल डागा ने 95 वर्ष की आयु में अपनी इहलीला समाप्त की। वह रोहिणी में रहते थे। उनके पुत्र श्री नरेन्द्र डागा ने उनके प्रति अपनी भावनाओं को हमें लिखित रूप में भेजा है:-

‘श्री सम्पत लाल डागा - जैसा नाम वैसा व्यक्तित्व। उनका जन्म 16 जून 1925 को गंगा शहर में हुआ। श्रीमती आभा देवी के साथ विवाह हुआ। बचपन से अपने सिद्धान्तों के प्रति जागरूकता रहीं व परिवार को एक सूत्र में बांध कर रखा। छोटी अवस्था में ही माता-पिता का देहावसान हो गया। नतीजतन भाई-बहनों की ज़िम्मेदारी उन पर आ गई, जिसे उन्होंने पूरी तरह निभाया और उनका विवाह किया। साथ ही अपने 7 पुत्रों को भी संस्कारित किया। आज उनका 7 पुत्रों, पुत्रवधुओं, पोते-पोतियों और पड़ पोते-पोतियों से भरा-पूरा परिवार है। कोलकाता, दिल्ली, मुम्बई, काठमांडु व अमेरिका में बसे उनके परिवारजन न केवल धर्म व धर्म गुरुओं के प्रति समर्पित हैं बल्कि धार्मिक कार्यों में भी सन्लग्न हैं। पत्नी आभा देवी ने अपने पति के साथ अंतिम समय तक गुरु की सेवा की और धर्म ध्यान में लगी रहीं। तपस्वी जीवन जीया। शान से जिए और और शान से ही मृत्यु को गले लगाया।

मृत्यु से पांच साल पहले ही उन्होंने अंग दान का संकल्प ले लिया था। उनके इस संकल्प के पूरा होने से हमारा पूरा परिवार कृतज्ञ है।’’

12 जनवरी, 2020 को उनका पार्थिव शरीर लेडी हार्डिंग मेडिकल काॅलेज में विद्यार्थियों की पढ़ाई के लिए दान में दिया गया। परिवारजनों का अभिवादन। दिवंगत आत्मा को हमारे सादर श्रद्धा सुमन।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री नरेन्द्र डागा, 9810246028

श्रीमती देव कुमारी सेठी


श्रीमती देव कुमारी सेठी का 88 वर्ष की आयु में देहावसान हो गया। वह फरीदाबाद में रहती थीं। परिजनों ने उनके नेत्र दान व देह दान का निर्णय लेकर मानवता की सेवा में एक प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत किया है। स्वर्गीय देव कुमारी का पार्थिव शरीर 12 जनवरी, 2020 को ई.एस.आई. मेडिकल काॅलेज, फरीदाबाद के विद्यार्थियों की पढ़ाई के लिए दान में दिया गया। वेणु आई सेन्टर की टीम ससम्मान उनके नेत्र दान में लेकर गई। समिति परिवार की दिवंगत आत्मा के लिए सविनय श्रद्धांजलि।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री हर्ष सेठी, 9873670443

श्री हंसराज मलिक


नब्बे वर्षीय श्री हंसराज मलिक ने 13 जनवरी, 2020 को परलोक गमन किया। वह फरीदाबाद में रहते थे। उनके पुत्र ने बताया कि वह बहुत ही सरल स्वभाव के व्यक्ति थे। सामाजिक रूप से वह काफी सक्रिय थे। बल्लभगढ़ पंजाबी समाज, उदासीन आश्रम व श्याम मन्दिर बल्लभगढ़ से वह जुड़े रहे। मरणोपरान्त उनके नेत्र दान का निर्णय लेकर परिवार ने समाज में एक प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत किया है। समिति परिवार का अभिवादन करती है। दिवंगत आत्मा की शान्ति के लिए हम सविनय प्रार्थना करते हैं।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री अजित मलिक, 9810045540

श्रीमती कुलदीप कौर


श्रीमती कुलदीप कौर ने 56 वर्ष की आयु में अपनी इहलीला समाप्त की। वह शकूर बस्ती में रहती थीं। उनकी ननद ने बहुत भावुक हो कर उनके विषय में बात की। स्वर्गीय कुलदीप कौर के पति, चूंकि, स्वयं ही राष्ट्रीय स्तर पर गुरुद्वारों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, इसलिए ऐसे परिवारों में सामाजिक व्यवहार काफी अधिक हो जाता है। फोन पर बात करने पर परिवार के निकट सदस्य ने बताया कि घर में आने वाला हर व्यक्ति उनके लिए विशेष होता था। हर एक का स्वागत सत्कार वह आनन्दपूर्वक अपनेपन से करती थीं। उनका यही अपनेपन का अहसास आज उनके न रहने पर हर मिलने वाले की आंखें नम कर जाता है। जीवन भर सेवा करने वाली शख़्सियत जाते-जाते अपने नेत्र दान करके मानवता की सेवा में एक अमूल्य उपहार दे गईं। परिवारजनों का अभिवादन जिन्होंने दुःखद घड़ी में भी नेत्र दान का निर्णय लिया। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें - ऐसी हमारी विनम्र श्रद्धांजलि।

सम्पर्क सूत्र - ननद सुश्री आशु, 9717240191

श्री जवाहर लाल जैन


श्री जवाहर लाल जैन का 78 वर्ष की आयु में निधन हुआ। वह नवीन शाहदरा में रहते थे। उनके पुत्र ने उन्हें याद करते हुए उनकी दृढ़ इच्छा शक्ति के बारे में बताया। जीवन के अंतिम 22 वर्ष वह पैरालिसिस के साथ जिए और अपना सब काम खुद करते हुए चलते रहे। यहां तक सेवानिवृत्ति की आयु तक उन्होंने नौकरी की ज़िम्मेदारियों को भरपूर निभाया। अपनी शारीरिक परिस्थियों के अनुरूप उनका अपने प्रति अनुशासन प्रशंसनीय है। नेत्र दान की उनकी अपनी इच्छा थी। मरणोपरांत 20 जनवरी 2020 को गुरु नानक आई सेन्टर की टीम ससम्मान उनके नेत्र दान में लेकर गई। परिवारजनों ने उनके नेत्र दान करके समाज में एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। परिवार का अभिवादन। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री सुनील जैन, 9350311175

श्री भगवान दास चैधरी


रोहिणी निवासी श्री भगवान दास चैधरी ने 27 जनवरी, 2020 को परलोक गमन किया। वह 79 वर्ष के थे। परिवार में बात होने पर पता चला कि वह अपने जीवन काल में अपने परिवार के प्रति ही समर्पित रहे। बच्चों को, समाज सेवा के कार्यों में सक्रिय होने से उन्होंने कभी नहीं रोका। परिवारजनों ने उनके नेत्र वेणु आई सेन्टर की टीम को दान में दिए। समाज में एक प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत करने के लिए परिवारजनों का अभिवादन। दधीचि परिवार की विनम्र प्रार्थना है कि ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र वधू श्रीमती संजना चैधरी, 9210886372

श्री शांति प्रकाश गोयल


श्री शांति प्रकाश गोयल ने 88 वर्ष की आयु में अपनी इहलीला समाप्त की। वह ग्रेटर नोएडा में रहते थे। उनके बेटे ने गर्व से बताया कि उन्हें पढ़ने-लिखने का शौक था जो उनके बच्चों ने भी विरासत में लिया है। अंग्रेज़ी व हिन्दी दोनों भाषाओं में वह अधिकारपूर्वक लिखते थे। सोवियत संघ की एम्बेसी से निकलने वाली पत्रिकाओं के सम्पादन का काम करते थे। उद्योग मंत्रालय में भी उन्होंने यही काम किया। लखनऊ से प्रकाशित होने वाले नवजीवन समाचार पत्र में भी वह सम्पादन दल के सदस्य रहे। मृत्यु से पहले श्री शांति प्रकाश गोयल ने स्वयं ही अपनी देह दान की इच्छा परिवार के समक्ष रखी थी। परिवारजनों का साधुवाद जिन्होंने उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए 27 जनवरी, 2020 को उनका पार्थिव शरीर लेडी हार्डिंग मेडिकल काॅलेज के छात्रों की पढ़ाई के लिए दान में दे दिया। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र डाॅ. हर्ष गोयल, 9818380029

श्री प्रेम प्रकाश गुप्ता


श्री प्रेम प्रकाश गुप्ता का 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह वृन्दावन में रहते थे, पर अन्तिम समय में ईस्ट पंजाबी बाग में अपने पुत्र के पास आ गए थे। अपने जीवन के महत्वपूर्ण 20 वर्ष उन्होंने वृन्दावन में ‘हरे कृष्ण’ का जाप करते हुए बिताए। वह एक आश्रम का संचालन करते थे, जिसमें बंगाल से आई विधवा बहनों के लिए कीर्तन व भोजन की व्यवस्था थी। आश्रम में एक मन्दिर व गौशाला भी है। श्री प्रेम प्रकाश ने मरणोपरान्त के संस्कारों के अधिकार अपने पुत्र को यह कह कर दिए कि ‘तुम्हें मेरे शरीर का जो करना हो, जैसे भी करना हो, कर लेना’। परिवार ने नेत्र दान का निर्णय लेकर समाज में एक प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत किया है। परिवार का साधुवाद। वेणु आई सेन्टर की टीम 1 फरवरी, 2020 को उनके नेत्र ससम्मान दान में लेकर गई। दिवंगत आत्मा को ईश्वर अपने श्री चरणों में स्थान दें।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री विनोद गुप्ता, 9810819599

श्रीमती सुशीला मदान


श्रीमती सुशीला मदान ने 83 वर्ष की आयु में 13 फरवरी, 2020 को परलोक गमन किया। वह राजा गार्डन में रहती थीं। उनकी बेटी से बात होने पर पता चला कि उन्होंने अपने पति से प्रेरणा लेकर देह दान का संकल्प पत्र भरा था। श्रीमती सुशीला ने बहुत मज़बूती से अपने पारिवारिक रिश्ते निभाए व सबको एक साथ जोड़ कर रखा। उनकी इच्छा शक्ति प्रबल दी। शारीरिक कष्टों के साथ हंसते हुए वह अपने कत्र्तव्यों के पालन में लगी रहती थीं। परिवारजनों ने उनके संकल्प का सम्मान करते हुए उनका पार्थिक शरीर आर्मी मेडिकल काॅलेज को दान में दिया। मेडिकल के विद्यार्थियों के लिए यह एक अमूल्य उपहार है। परिवारजनों का साधुवाद। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।

सम्पर्क सूत्र - पुत्री सुश्री रेणु, 9810626985

श्री सुभाष चंद पुरी


श्री सुभाष चंद पुरी ने 75 वर्ष की आयु में अपनी इहलीला समाप्त की। वह पहाड़गंज में रहते थे। उनका जीवन सामाजिक व धार्मिक रूप से सक्रिय रहा। परिवार ने मरणोपरान्त उनके नेत्र दान का निर्णय लेकर समाज में एक प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत किया है। मरणोपरान्त 13 फरवरी, 2020 को राजेन्द्र प्रसाद आई सेन्टर {एम्स} की टीम ससम्मान उनके नेत्र दान में लेकर गई। परिवारजनों का अभिवादन। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।

सम्पर्क सूत्र - दामाद श्री मनोज छाबड़ा, 8913157399

श्री विजय कुमार गोयल


श्री विजय कुमार गोयल का 16 फरवरी को देहावसान हुआ। वह दिलशाद गार्डन में रहते थे। 68 वर्षीय श्री गोयल ने अपने जीवन काल में सामाजिक संस्थाओं में सक्रिय सहभागिता रखी। वह अग्रवाल समाज, आर.डब्ल्यू.ए. व मार्केट एसोसिएशन से जुड़े रहे। उन्होंने स्व प्रेरणा से देह दान व अंग दान का संकल्प पत्र भरा हुआ था। मृत्यु के समय की उनकी स्थिति को देखते हुए उनका केवल नेत्र दान ही सम्भव हो पाया। परिवारजनों ने स्वर्गीय विजय कुमार गोयल के संकल्प का सम्मान करते हुए उनके नेत्र गुरु नानक आई सेन्टर को दान में दिए। मानवता की सेवा के लिए किए गए इस महादान के लिए परिवारजनों का साधुवाद। दिवंगत आत्मा को समिति परिवार की सादर श्रद्धांजलि।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री मनीष गोयल, 9999187171

श्री अनिल मित्तल


श्री अनिल मित्तल 16 फरवरी, 2020 को एम्स के डाॅक्टरों द्वारा ब्रेन डेड घोषित किए गए। वह 61 वर्ष के थे। प्रशान्त विहार निवासी स्वर्गीय श्री अनिल मित्तल स्वयं व उनके परिवार के सभी सदस्य दधीचि देह दान समिति के साथ सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में जुड़े हुए हैं। परिवार ने सहज रूप से स्वर्गीय श्री अनिल के अंग दान के संकल्प को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी एक किडनी व लिवर एम्स में प्रतीक्षारत मरीज़ों को प्रत्यारोपित किए गए। दूसरी किडनी से राम मनोहर लोहिया अस्पताल में एक मरीज़ को जीवन दान मिला। हार्ट वाॅल्व, हड्डियां व काॅर्निया एम्स के टिशू बैंक में सुरक्षित रखी गईं। अंग दान का संकल्प लेना व समय आने पर उसका क्रियान्वयन हो पाना - दोनों ही बातें चिकित्सा जगत की सेवा में महत्वपूर्ण व अमूल्य स्थान रखते हैं। समाज में यह एक प्रेरणादायी उदाहरण है। जीवन काल में परिवार व समाज को समर्पित जीवन मर कर भी अमर हो गया। परिवार के लिए आभार या साधुवाद शब्द भावनाओं को व्यक्त करने के लिए छोटे पड़ जाते हैं। दिवंगत आत्मा ने तो स्वयं ही अपना दिव्य मार्ग प्रशस्त किया है।

सम्पर्क सूत्र - भाई श्री सुशील मित्तल 9811465249

श्रीमती शकुन्तला देवी


श्रीमती शकुन्तला देवी ने 84 वर्ष की आयु में परलोक गमन किया। वह रोहिणी में रहती थीं। उनके पुत्र ने बहुत आदर भाव से उनके विषय में बात की। विवाह के बाद जल्दी ही उन्होंने नौकरी छोड़ दी। कारण केवल यही था कि ‘मुझे ज़रूरत नहीं, किसी ज़रूरतमंद को नौकरी मिल जाएगी’। उनमें बहुत दया भाव था। आर्य समाज, मन्दिर, गुरुद्वारा, ब्रह्मकुमारी मिशन - सभी स्थानों पर उनका नियमित जाना व कुछ न कुछ दान करना निरन्तर चलता रहता था। बवाना स्थित श्री कृष्ण गौशाला से भी वह जुड़ी हुई थीं। परिवारजनों ने उनके नेत्र दान का क्रियान्वयन करवा कर समाज में एक प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत किया है। हम परिवार का अभिवादन करते हैं। 21 फरवरी 2020 को वेणु आई सेन्टर की टीम ससम्मान उनके नेत्र दान में लेकर गई। दधीचि परिवार दिवंगत आत्मा को सादर श्रद्धा सुमन अर्पित करता है।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री दीपक शर्मा, 7982481002

श्रीमती कमलावती गुप्ता


सूर्यनगर, गाज़ियाबाद निवासी श्रीमती कमलावती गुप्ता 23 फरवरी, 2020 को परलोक सिधार गईं। वह 89 वर्ष की थीं। उनके पुत्र ने भावुक होकर बताया कि वह पूरे परिवार के लिए आधार थीं। उनके समय की हाई स्कूल की पढ़ाई एक अच्छी शिक्षा मानी जाती थी। वह शिक्षित थीं व संयुक्त परिवार में सभी बच्चों का समान रूप से ख्याल रखती थीं। घर पर आने वाले हर व्यक्ति का आदर सत्कार मुस्कुराते हुए करती थीं। सफाई का ध्यान रखना व सकारात्मक सोच से आगे बढ़ते जाना उनके अनूठे व्यक्तित्व का परिचायक था। सुन्दरकांड व हनुमान चालीसा का पाठ करना उनकी दैनिक गतिविधि थी। परिवार ने उनके नेत्र दान का निर्णय लेकर मानवता की सेवा में एक प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत किया है। परिवार का साधुवाद। समिति परिवार दिवंगत आत्मा को सादर श्रद्धा सुमन अर्पित करता है।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री सतीश गुप्ता, 9654277027

श्री क्रांति कुमार पारख


श्री क्रांति कुमार पारख ने 90 वर्ष की आयु में अपनी इहलीला समाप्त की। वह हौज ख़ास, दिल्ली में रहते थे। मरणोपरांत 25 फरवरी, 2020 को उनकी आंखें आर.पी.सेन्टर, एम्स को दान में दी र्गइं। परिवारजनों का हम अभिवादन करते हैं कि उन्होंने श्री पारख का पार्थिव शरीर भी चिकित्सा शास्त्र की पढ़ाई करने वाले छात्रों के उपयोग के लिए एम्स में दान किया। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र वधू श्रीमती नीरा पारख, 9810349790

श्री गुरचरण लाल


गुजरांवाला टाउन निवासी श्री गुरचरण लाल का 25 फरवरी, 2020 को निधन हो गया। उनके परिवारजनों ने नेत्र दान का निर्णय लेकर एक समाजोपयोगी कार्य किया है। उनके नेत्र आर.पी. सेन्टर, एम्स की टीम ससम्मान दान में लेकर गई। हम परिवार का अभिवादन करते हैं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री जोगिन्दर पाल, 9999595932

श्री श्याम लाल


श्री श्याम लाल का 85 वर्ष की आयु में 27 फरवरी, 2020 को देहावसान हो गया। वह रोहिणी में रहते थे। उनके पुत्र ने बहुत सम्मान से उन्हें याद करते हुए उनकी सामाजिक गतिविधियों की जानकारी दी। राज भाषा समिति से जुड़ कर उन्होंने हिन्दी भाषा को राज भाषा का दर्जा दिलाने के लिए कड़ा संघर्ष किया। गौरक्षा आंदोलन में उनकी सक्रिय भूमिका रही। पर्यावरण संरक्षण को लेकर भी उनके विचार बहुत स्पष्ट थे। उन्होंने परिवार में इस विचार को दृढ़ किया था कि नदियों के प्रदूषण को रोकने के लिए अंतिम संस्कार के बाद उनकी अस्थियां नदी में न प्रवाहित की जाएं। अपनी वसीयत में उन्होंने मरणोपरांत अपने नेत्र दान का भी ज़िक्र किया था। परिवारजनों का अभिवादन कि उन्होंने दोनों की बातों का ध्यान रखा। अंतिम संस्कार के बाद उनकी अस्थियां निगम बोध घाट के पास गड्ढा खोद कर दबा दी गईं। उनकी नेत्र दान की इच्छा का सम्मान करते हुए परिवारजनों ने राजेन्द्र प्रसाद (एम्स) की टीम को उनके नेत्र ससम्मान दान में दिए। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों मे स्थान दें।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री सत्यदीप, 9953987038

श्री अमर नाथ विज


श्री अमर नाथ विज ने 83 वर्ष की आयु में अपनी इहलीला समाप्त की। वह मोेती नगर में रहते थे। उनके पुत्र से बात होने पर पता चला कि वह अपने घर के पास वाले पार्क की रक्षा में तत्पर रहते थे। किसी को भी अवाश्यकता पड़ने पर उसके साथ कहीं भी जाने के लिए वह सदा तैयार रहते थे। परिवारजनों ने 28 फरवरी, 2020 को मरणोपरांत उनके नेत्र दान करने का निर्णय लेकर समाज में एक प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत किया है। वेणु आई सेन्टर की टीम स्वर्गीय अमर नाथ के नेत्र ससम्मान दान में लेकर गई। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री हरिन्दर, 9810624126