Home
Print
Next
Previous

श्रद्धा सुमन

श्रीमती कृष्णा देवी

श्रीमती कृष्णा देवी ने 74 वर्ष की आयु में, 1 मार्च 2019 को अपनी इहलीला समाप्त की। वह मौजपुर, यमुना विहार में रहती थीं। मध्यमवर्गीय परिवार में सामान्य जीवन बिताने वाली धार्मिक महिला थीं। देवी के मन्दिर में नियमित जाना व अधिकांशतः तीर्थ यात्राओं का हिस्सा बने रहना उनका शौक था। स्वर्गीय कृष्णा देवी के भाई से बात होने पर पता चला कि समय सीमा की कमी के कारण नेत्र दान के लिए गुरु नानक आई सेन्टर की टीम को श्मशान घाट पर ही बुलाया। हम परिवारजनों का अभिवादन करते हैं कि मानवता की सेवा के लिए उन्होंने इस महादान की प्रक्रिया को प्रयास-पूर्वक सम्पन्न करवाया। दिवंगत आत्मा के लिए समिति परिवार अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करता है।

सम्पर्क सूत्र - भाई श्री वी.के. अग्रवाल, 9312267859

श्रीमती प्रकाश डिसोरिया

श्रीमती प्रकाश डिसोरिया ने 94 वर्ष की आयु में परलोक गमन किया। वह नीति बाग में रहती थीं। उनकी धेवती ने बहुत गर्व से बताया कि वह हमेशा परिवार में सबके लिए कुशल गाइड का काम करती थीं। उनके विचार स्वस्थ मानसिकता वाले थे। उन्होंने देह दान करने की अपनी इच्छा व्यक्त की हुई थी। परन्तु 6 मार्च 2019 को हुई मृत्यु के समय उनकी शारीरिक स्थिति ऐसी थी कि देह दान सम्भव नहीं हो पाया। परिवारजनों ने वेणु आई सेन्टर में उनके नेत्र दान करके मानवता की सेवा का एक प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत किया। समिति की ओर से परिवार का साधुवाद। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें।

सम्पर्क सूत्र - धेवती श्रीमती मानसी जैन, 9212525927

श्रीमती सरबती देवी

श्रीमती सरबती देवी ने 74 वर्ष की आयु में 8 मार्च 2019 को परलोक गमन किया। उनके भतीजे से फोन पर हुए वार्तालाप के अनुसार वह आधुनिक विचारों व धर्म में निष्ठा रखने वाली महिला थीं। दिल्ली में नांगलोई निवासी श्रीमती सरबती देवी एक सर्वोदय विद्यालय में प्रिंसिपल के पद पर कार्यरत थीं। जैन धर्म के नियमों के अनुशासन में ही उनकी दिनचर्या रहती थी। उनकी अपनी भावना थी कि मरने के बाद अगर देह किसी के काम आ सके तो अवश्य ही उसी दिशा में सोचना चाहिए। उनकी बेटी व दामाद व्यवसाय से डाॅक्टर हैं, इसलिए देह दान के क्रियान्वयन में उन्हें भी कोई हिचकिचाहट नहीं हुई। वर्धमान महावीर मेडिकल काॅलेज के छात्रों की पढ़ाई के लिए किए गए इस अमूल्य दान के लिए परिवारजनों का साधुवाद। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें - ऐसी दधीचि परिवार की सविनय प्रार्थना है।

सम्पर्क सू़त्र - भतीजा श्री स्वदेश जैन, 9911247878

श्री सत्य नारायण बर्लिया

श्री सत्य नारायण बर्लिया ने 78 वर्ष की आयु में अपनी इहलीला समाप्त की। वह पश्चिम विहार में रहते थे। उनके पुत्र ने गर्व से बताया कि उन्होंने अपना जीवन अपने ढंग से जिया। कभी किसी के प्रभाव में नहीं आए। हंसमुख स्वभाव व स्पष्टवक्ता व्यक्ति थे। निर्णय लेने में उन्हें देर नहीं लगती थी। 20 मार्च 2019 को श्री सत्य नारायण की मृत्यु के बाद उनके परिवारजनों ने उनके नेत्र वेणु आई सेन्टर में दान में दे दिए। समिति निकट सम्बंधियों का अभिवादन करती है, जिन्होंने इस महा दान को क्रियान्वित करवाया। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री अनिल, 9810155126

श्री प्रदीप राठी

श्री प्रदीप राठी का 64 वर्ष की आयु में 24 मार्च 2019 को देहांत हो गया। वह शालीमार गार्डन, साहिबाबाद के निवासी थे। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा दरियागंज, दिल्ली के एंग्लो संस्कृत स्कूल से ली और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित श्रीराम काॅलेज आॅफ़ काॅमर्स से बी.काॅम. किया। उनके पुत्र से फोन पर बात करने पर पता चला कि श्री प्रदीप राठी ने विभिन्न संस्थानों के अकाउन्ट्स डिपार्टमेन्ट में सर्विस की। बेटे ने यह भी बताया कि लगभग एक वर्ष पूर्व उनके मामा जी का देह दान हुआ था। उसी से प्रेरित होकर उनके पिता ने भी अपनी देह के दान का संकल्प लिया था। परिवारजनों का साधुवाद जिन्होंने मानवता की सेवा के लिए उनके इस महादान के संकल्प का सम्मान किया। स्वर्गीय प्रदीप राठी की देह के दान को यू.सी.एम.एस {जी.टी.बी.} के एनाॅटमी विभाग ने सादर स्वीकार किया। उनके नेत्र वेणु आई सेन्टर को दान में दिए गए।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री सौरभ राठी, 9711591595

श्रीमती शांति देवी मेहरा

त्रिनगर निवासी श्रीमती शांति देवी मेहरा का 29 मार्च 2019 को निधन हो गया। वह 85 वर्ष की थीं। उनका परिवार ‘पावर योगा संस्था’ के नाम से समाज सेवा के कार्यों से जुड़ा हुआ है। फोन से सम्पर्क होने पर उनकी पुत्र-वधू ने गर्व से बताया कि समाज सेवा के लिए उन्हें उनकी सास ने ही प्रेरणा दी। अपना उपयोगी जीवन जीने के साथ-साथ उन्होंने परिवार को भी समाजोपयोगी बनाया। अपने जीवन काल में ही श्रीमती शांति देवी ने अपने नेत्र दान करने की इच्छा व्यक्त की थी। समिति परिवारजनों का अभिनन्दन करती है जिन्होंने उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए वेणु आई सेन्टर में उनके नेत्र दान में दे दिए। दिवंगत आत्मा की शांति के लिए हम ईश चरणों में विनम्र प्रार्थना करते हैं।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री राकेश मेहरा, 9136244442

श्री भद्रसेन भाटिया

आर्य समाज, एन-3 फरीदाबाद के उप प्रधान श्री भद्रसेन भाटिया ने अपने जीवनकाल में ही दधीचि देह दान समिति के माध्यम से देह दान करने का संकल्प लिया था। उनके द्वारा लिए गए इस संकल्प को पूरा करते हुए, उनकी मृत्यु होने पर परिवारजनों ने 1 अप्रैल 2019 को, समिति के माध्यम से एम्स में नेत्र दान और ई.एस.आई. मेडिकल काॅलेज, फरीदाबाद में देह दान करवाया। उनके पुत्र ने अपने शब्दों में उन्हें याद करते हुए हमें लिख कर भेजा:-

Mr. Bhatia was a very kind and generous person who served in Arya Samaj his whole life. He was retired chief sales manager from sports exports company. He lived his life proudly and helped people, he donated his own body to needy. He died at 78 years old (1st April 2019). We are glad that he was the part of family and Arya Samaj.

समिति परिवारजनों का अभिवादन करती है और ईश्वर से करबद्ध प्रार्थना करती है कि वह दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।

सम्पर्क सूत्र -पुत्र श्री अमित भाटिया, 8920812040

श्रीमती सुनीता शर्मा

त्रिनगर निवासी श्रीमती सुनीता शर्मा का 67 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके पुत्र से बात होने पर पता चला कि वह राधा स्वामी सत्संग में नियमित जाती थीं और वहीं से प्रेरणा लेकर उन्होंने नेत्र दान का संकल्प लिया था। 1 अप्रैल 2019 को श्रीमती सुनीता के दिवंगत हो जाने पर परिवारजनों ने उनके संकल्प का सम्मान करते हुए वेणु आई सेन्टर की टीम को उनके नेत्र दान कर दिए गए। मानवता की सेवार्थ किए गए इस महादान के क्रियान्वयन हेतु परिवारजनों का साधुवाद। दिवंगत आत्मा को दधीचि परिवार सविनय श्रद्धा सुमन अर्पित करता है।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री उमेश शर्मा, 9310127923

श्रीमती ईरा भट्टाचार्य

गुरुग्राम निवासी श्रीमती ईरा भट्टाचार्य का 71 वर्ष की आयु में 13 अप्रैल 2019 को निधन हो गया। परिवारजनों ने ई.एस.आई मेडिकल काॅलेज के छात्रों की पढ़ाई के लिए उनका शरीर दान कर दिया। इस अमूल्य दान के लिए हम परिवार का अभिनन्दन करते हैं। स्वर्गीय ईरा के पुत्र ने अपने शब्दों में उन्हें इस प्रकार याद किया:-

Born in independent India, she was a free fierce spirit. She loved sports like no one. Particularly cricket. To the point she played cricket even during her pregnancy. And the one thing kept her going was good food. Eating, tasting and feeding people. Any cuisine was easy for her. She was the best cook we knew. Not just because of how well she cooked but because of the secret ingredient – her love and passion. She will be remembered as the giver. The one who always kept the doors of her house open for people who loved having her food.

दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दधीचि परिवार की सादर प्रार्थना।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री सुदीप भट्टाचार्य, 8910680705

श्रीमती विरमा देवी

श्रीमती विरमा देवी ने 84 वर्ष की आयु में अपनी इहलीला समाप्त की। वह जंगपुरा एक्सटेन्शन में रहती थीं। उनके बेटे ने फोन पर अवगत कराया कि उनकी मां की स्वयं की इच्छा नेत्र दान की थी। जैन धर्म के अनुसार उनका जीवन नियमित था। परिवार में सबसे बहुत स्नेह करती थीं। श्रीमती विरमा देवी की 15 अप्रैल 2019 को मृत्यु हुई, जिसके बाद परिवारजनों ने नेत्र दान की उनकी इच्छा का सम्मान करके समाज में एक प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत किया। वेणु आई सेन्टर की टीम ससम्मान उनके नेत्र दान में ले गई। परिवारजनों का साधुवाद। समिति परिवार द्वारा दिवंगत आत्मा को सादर श्रद्धांजलि।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री प्रमोद जैन, 9811160341

श्री बिमल कुमार जैन

श्री बिमल कुमार जैन का 77 वर्ष की आयु में देहान्त हो गया। वह गुरुग्राम में रहते थे। 27 अप्रैल 2019 को हुई मृत्यु के बाद उनकी देह ई.एस.आई. मेडिकल काॅलेज के छात्रों की पढ़ाई के लिए दान में दे दी गई। मानवता की सेवार्थ के लिए किए गए इस महादान हेतु परिवारजनों का साधुवाद। स्वर्गीय बिमल कुमार के पुत्र ने पिता के प्रति अपनी सम्मानजनक भावनाएं निम्न शब्दों में व्यक्त कीं:-

We wake up in the morning to witness the emptiness in the house and the vacuum in our hearts. Mr. Bimal Kumar Jain was a pure soul, a protector and most importantly the white blood cells of his family. He was a selfless, caring, patient and very intelligent man. His wisdom personality and approach towards life was always an inspiration to his family as well as the society. His life was ideal example of the true essence of love and family. His presence will always be felt at home and in the society. There was no one like him and will never be.

समिति परिवार दिवंगत आत्मा के प्रति अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करता है।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री समीर जैन, 9811321178

श्री मुकेश मल्होत्रा

श्री मुकेश मल्होत्रा ने 65 वर्ष की आयु में अपनी इहलीला समाप्त की। वह कीर्ति नगर निवासी थे। उनके पुत्र ने फोन पर जानकारी दी कि वह आनन्दपुर कुटिया से जुड़े हुए थे और पहाड़गंज मन्दिर की कार्यकारिणी के सदस्य भी थे। प्रसन्नचित्त रहने वाले श्री मुकेश हर व्यक्ति की यथा सम्भव मदद के लिए तैयार रहते थे। उनका व्यवहारिक जीवन भी यही दर्शाता था कि मानो उनका अपना कुछ भी न हो। 27 अप्रैल 2019 को मरणोपरान्त श्री मुकेश के नेत्र वेणु आई सेन्टर की टीम ससम्मान दान में लेकर गई। इस महादान के क्रियान्वयन के लिए परिवारजनों का साधुवाद। दिवंगत आत्मा की शांति के लिए हम ईश चरणों में प्रार्थना करते हैं।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री संचित मल्होत्रा, 9717293151