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देह दानियों का 50वां उत्सव
13 मई, 2023 | आर्मी मेडिकल कॉलेज सभागार, दिल्ली कैंट

दधीचि देहदान समिति के पश्चिमी क्षेत्र की ओर से देह दानियों का 50वां उत्सव 13 मई, 2023 को दिल्ली कैंट के आर्मी मेडिकल कॉलेज सभागार में मनाया गया। जिसमें लगभग 300 संकल्प कर्ता व 30 दानी परिवारों ने भाग लिया। मंत्रोच्चारण के साथ श्रीमती गीता कठपालिया ने मंच का संचालन किया।

कार्यक्रम का आरंभ सभी विशिष्ट अतिथियों ने ऋषि दधीचि को प्रणाम करते हुए दीप प्रज्वलन के साथ किया। मंच पर विराजमान अतिथि थे पूजनीय साध्वी उत्तम यति ,समिति के संस्थापक श्रीमान आलोक कुमार, समिति के अध्यक्ष श्री हर्ष मल्होत्रा, महामंत्री श्री कमल खुराना, क्षेत्रीय संयोजक श्री जगमोहन सलूजा ,आर्मी मेडिकल कॉलेज की प्रोफेसर डॉक्टर शेफाली मदान और डीन श्री बीडी तुरा । क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं द्वारा सभी अतिथियों का स्वागत स्मृति चिन्ह और पुष्पगुच्छ देकर किया गया ।

प्रोफेसर डॉक्टर शेफाली ने अपने प्रेजेंटेशन के द्वारा आए हुए सभी संकल्प कर्ताओं को नेत्र ,अंग और देहदान की आवश्यकता तथा इसकी उपयोगिता के विषय में विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि इस दान के द्वारा हम देश में अच्छे चिकित्सक बनाने में किस तरह सहभागी बन सकते हैं।

समिति के अध्यक्ष श्री हर्ष मल्होत्रा ने समिति के कार्यों का विवरण और कार्यप्रणाली को सहज शब्दों में सबके सामने रखा । उन्होंने बताया कि मार्च 2023 तक समिति के द्वारा 920 जोड़े नेत्रदान, 3 त्वचा दान , 6 अंगदान और 375 देहदान करवाए जा चुके हैं। साध्वी जी ने धार्मिक पक्ष से देहदान और अंगदान को समाज के लिए बहुत आवश्यक बताते हुए कहा कि कोई भी धर्म अंग और देहदान को मना नहीं करता । दान तो हमारे देश की वर्षों पुरानी परंपरा है। साध्वी उत्तम यति ने मंच पर से ही अपना संकल्प पत्र भरकर समिति को सौंपा।

आगे का मंच संचालन करते हुए प्रोफेसर कुलविंदर सिंह ने श्री कमल खुराना को दानी परिवारों का सम्मान करने के लिए आमंत्रित किया। श्री कमल खुराना ने संकल्प कर्ताओं और दानी परिवारों को साधुवाद दिया । उन्होंने प्रत्येक दानी व्यक्ति का थोड़ा-थोड़ा परिचय देते हुए विशिष्ट अतिथियों को उनके परिवार जनों को सम्मानित करने के लिए आग्रह किया।

श्रीमती बंदना खुराना के परिवार से उनके पति व उनके ससुर के नेत्रदान हुए थे । उन्होंने दान के समय के अपने अनुभव सबसे साझा किए और बताया कि अब पूरे परिवार ने नेत्रदान का संकल्प लिया है।

श्रीमती सीमा सलूजा और श्रीमती सत्या गुप्ता द्वारा तैयार , अंगदान पर एक सुंदर गीत बच्चों के द्वारा प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम की विषय वस्तु के अनुरूप ही इस गीत ने सभी का मन मोह लिया।

मेडिकल कॉलेज के डीन ने समिति के कार्यों की प्रशंसा की और उन्होंने स्वीकार किया कि दधीचि देहदान समिति चिकित्सा के क्षेत्र में दिल्ली-एनसीआर को सर्वोपरि सहयोग दे रही है।

मुख्य वक्ता आदरणीय श्री आलोक कुमार ने बहुत सुंदर व सरल शब्दों में नेत्रदान का महत्व बताते हुए अपने कुछ व्यक्तिगत अनुभव साझा किए और पश्चिमी क्षेत्र को एक वर्ष में किए गए सफल कार्यक्रमों के लिए बधाई दी।

श्री जगमोहन सलूजा ने साध्वी जी और सभी विशिष्ट अतिथियों , आए हुए सभी परिवारों एवं पश्चिमी क्षेत्र की टीम का धन्यवाद दिया। उन्होंने आर्मी मेडिकल कॉलेज के डीन और पूरे तंत्र का इस कार्यक्रम के आयोजन में हर संभव मदद करने के लिए आभार व्यक्त किया।

उत्सव की सफलता में श्रीमती पूनम मल्होत्रा, श्रीमती पूनम जग्गी, श्रीमती सरिता भाटिया श्री सुरेश शर्मा, श्री अशोक अहूजा व श्री नरेश ढल का सहयोग उल्लेखनीय है। श्रीमती हेमा जौली ने संपूर्ण विश्व के सुख की कामना करने वाले "सर्वे भवन्तु सुखिन:" मंत्र के गायन से कार्यक्रम की विधिवत समाप्ति की।