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मंगल मिलन की बेला

दधीचि देह दान समिति के मुकुट पर एक और सम्मानजनक पंख

दिन रविवार, तारीख 13.05.2018; दधीचि देह दान समिति के मुकुट पर एक और सम्मानजनक पंख लग गया। न केवल अपने श्रेष्ठ मानव सेवा के कार्यक्रम को समग्र गति देते हुए आगे बढ़ाया जा रहा है.... सभी नौ क्षेत्रों की टीमें कहीं अधिक सुदृढ़ हो रही हैं.... बल्कि संस्थापक अध्यक्ष और अब संरक्षक श्री आलोक कुमार ने नई उपलब्धियां भी प्राप्त कीं।

द्वारका, सेक्टर 13 के रेडिसन ब्ल्यू होटल के बाॅल रूम में 100 से अधिक सक्रिय कार्यकर्ताओं व कोर सदस्यों द्वारा सुदृढ़ उपस्थिति दर्ज की गई। महत्वपूर्ण अतिथियों में श्रीमती मीनाक्षी लेखी, सांसद, दक्षिण दिल्ली; डाॅ. एससीएल गुप्ता, पूर्व अध्यक्ष, आईएमए; श्री रवीन्द्र गुप्ता, अध्यक्ष, आर्य प्रतिनिधि सभा; श्री विनोद बंसल, प्रवक्ता, वीएचपी; श्री प्रमोद अग्रवाल, तिरपाल उद्योग; श्री आलोक कुमार और उनकी पत्नी श्रीमती मन्जू प्रभा (सपरिवार) आदि नाम शामिल हैं। श्री आलोक को, विश्व हिन्दू परिषद का कार्याध्यक्ष बनाए जाने पर सभी ने बधाई दी। बाहर आंधी-तूफ़ान ने कई जगह माहौल खराब तो किया पर बाद में वर्षा ने सुखद लहर भी फैला दी।

इस कार्यक्रम में दिल्ली-एनसीआर में दधीचि देह दान समिति के सभी नौ क्षेत्रों के संयोजक व कोर सदस्य पहुंचे व सबने अपने-अपने प्रेम एवं शुभेच्छा सूचक प्रतीक चिह्न भी भेंट किए। सभी विशिष्ट अतिथि, मौसम की खराबी के चलते कुछ देर से पहुंचे और कार्यक्रम थोड़ा विलम्ब से प्रारम्भ हुआ। इस अवसर पर पश्चिमी विभाग के अध्यक्ष श्री रामधन नागरू ने आग्रह किया कि अपनी बढ़ती हुई ज़िम्मेदारियों व व्यस्तताओं के साथ-साथ श्री आलोक वर्ष में दो बार समिति को भी अपना समय दें। इससे समिति की गतिविधियों को बल मिलता रहेगा। उनके इस निवेदन का सबने खुले दिल से स्वागत किया।

वैसे किसी के सम्बोधन की व्यवस्था नहीं थी, पर प्यार करने वाले संगी-साथियों द्वारा किए गए गर्मजोशी से भरपूर स्वागत व स्नेह से अभिभूत श्री आलोक ने माइक थामा और बताया कि एक दिन पहले ही वह हरिद्वार से लौटे हैं, जहां वह शान्तिकुन्ज गए थे। वहां के प्रमुख श्री प्रणव भाई पण्डया ने उनको आगे की सभी योजनाओं में सम्पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया।

आलोक जी ने आगे बताया कि जूना अखाड़ा के अध्यक्ष श्री अवधेशानन्द व शंकराचार्य स्वामी सत्यमित्रानन्द जैसी आध्यात्मिक विभूतियों से भी उन्हें शुभाशीष मिले और सभी ने लक्ष्य प्राप्ति हेतु विश्व हिन्दू परिषद को निरन्तर सहयोग करते रहने का भरोसा दिया।

उस दिन मदर्स डे भी था। अतः श्रीमती मन्जू प्रभा ने उपस्थित सभी अतिथियों, कार्यकर्ताओं को बधाई दी व मंगल कामना की।

प्रो. कुलविन्दर सिंह ने कहा कि श्री आलोक कुमार न केवल योग्य व सक्षम हैं, बल्कि कहीं अधिक काबिल हैं। उनके द्वारा वीएचपी में मुख्य पद सम्भालने से न केवल राम मन्दिर और अन्य लम्बित योजनाएं जल्दी पूरी होगी बल्कि यह भी भरोसा है कि हिन्दू जगत में अधिक एकता और सुदृढ़ता आएगी।

अन्त में भोजन व सबके अभिनन्दन के साथ एक यादगार अर्थपूर्ण सभा सम्पन्न हुई।