आइए हम सब सहभागी बनें
“ एक दृष्टिहीन बन्धु नेत्र प्रत्यारोपण के पश्चात् नेत्र ज्योति प्राप्त कर लेता है, तो उसके जीवन का आनंद कितने गुना बढ़ जाता है, इसकी कल्पना करना सहज रूप से कठिन है। यदि यह अलौकिक आनंद हमारी संसारिक यात्रा समाप्त होने के पश्चात् दो बन्धुओं को मिलता है तो यह श्रेष्ठ पुण्य का कार्य हो सकता है।
मैं यह आह्वान करता हूं कि मृत्युपरांत नेत्रदान के महानतम सामाजिक जन आंदोलन में हम सभी सहभागी बनें ।”
नीरज चोपड़ा
स्वर्ण पदक विजेता एथलेटिक्स
स्वर्ण पदक विजेता एथलेटिक्स नीरज चोपड़ा ने नेत्रदान को लेकर जो अपनी नेक भावना को प्रदर्शित किया है, उसके लिए दधीचि देह दान समिति उनका आभार व्यक्त करती है। हम सब नागरिकों का यह कर्तव्य है कि हम इस तरह की भावनाओं का लोगों में संचार करें और मानवता का परिचय दें। नेत्रदान और अंगदान आज के समाज के लिए किसी वरदान से कम नहीं।