Home
Print
Next
Previous

बेटे ने दान किया पिता का लीवर, बची महिला की जान

दूसरों के लिए जीना इसे कहते हैं। दिल्ली में 18 साल के एक लड़के ने लीवर कैंसर से पीड़ित एक 50 वर्षीय व्यक्ति के लिए अपने पिता के लीवर को डोनेट कर दिया। मोहित के पिता को 14 नवंबर को ब्रेन डेड करार दे दिया गया था। सरोज सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने बताया कि मोहित ने खुद ही अपने परिजनों को भी पिता के अंगों को दान करने के लिए राजी किया।इंस्टिट्यूट ऑफ लीवर ऐंड गैस्ट्रो साइंसेज के निदेशक रविंद्र पाल सिंह ने बताया, 'मोहित के पिता को 14 नवंबर को ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया था। इसके बाद उन्होंने 48 घंटे तक उनको अंगों को ट्रांसप्लांट कराने की उम्मीद में अस्पताल में भर्ती करा रखा था। लेकिन मोहित ने अपने पिता को गंवाने का दुख दूसरे जरूरतमंद मरीज की मदद कर कम करने की कोशिश की है।'

मोहित के पिता राज किशन भट्ट को ब्रेन हैमरेज हो गया था। मोहित के पिता के अंगों से दोबारा जिंदगी हासिल करने वाली मरीज गाजियाबाद की स्कूल टीचर हैं। वह लीवर कैंसर से पीड़ित थीं और उन्हें समय रहते ऑर्गन ट्रांसप्लांट के जरिए ही बचाया जा सकता था। मोहित ने बताया, 'मैंने अपने परिजनों को पिता के अंगों को दान करने के लिए राजी किया। मेरे पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उन्होंने किसी और को जिंदगी देने का काम किया है।