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श्रद्धा सुमन

भारत के अस्पतालों में, कोरोना वायरस से लड़ने की पूर्व तैयारियों की प्रमुखता के कारण कई सेवाएं कुछ समय के लिए बंद कर दी गई हैं। इन्हीं में से एक देह दान व अंग दान भी है। 20 मार्च के बाद से 20 परिवारों से संकल्पित देहदानियों की मृत्यु की सूचना आई। उन सभी के परिवारों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हुए हमने अपनी असमर्थता बताई। उन सभी के परिवारों से हमारी सहानुभूति भी है। ईश्वर से हम सभी दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। 20 मार्च, 2020 से पहले जो देह-अंग दान हुए हैं, उनके श्रद्धासुमन नीचे दिए जा रहे हैं।

श्री किशन चंद मनचंदा



श्री किशन चंद मनचंदा ने 3 मार्च, 2020 को 97 वर्ष की आयु में परलोक गमन किया। वह केशवपुरम् में रहते थे। उनके पुत्र ने अपने शब्दों में उन्हें इस प्रकार याद किया:-

"Shri kishan Chand Manchanda born in 1923 in Dera Ghazi Khan, ¼now in½ Pakistan, was a devoted father of 7 children and several grand-children. After partition of India he moved to district Sangroor in Punjab. After few years in search of better opportunities he moved to Delhi and through his blood, sweat and tears, he managed to feed and give his children decent education to enable to stand on their own legs, despite living in underprivileged conditions. He was a fan of the movies and in his younger days never missed an opportunity to catch a film in the cinema hall, either with friends or on his own. And even after crossing the age of 95, he would spend most of his days watching and re-watching his favorite movies using a DVD player or media player on TV. He never stopped cooking food despite having someone to help him 24/7. He even went on to vote in National and State elections in the years 2019 and 2020 respectively. Despite his old age and ageing body, he always had the spirit of youth inside of him which would always be remembered by everyone around him"

स्वर्गीय मनचंदा की आंखें वेणु आई सेन्टर की टीम ससम्मान दान में लेकर गई। एम्स के मेडिकल छात्रों की पढ़ाई के लिए परिवारजनों ने श्री मनचंदा का पार्थिव शरीर दान में दे दिया। समाज में एक प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत करने के लिए परिवार का अभिवादन। समिति परिवार की करबद्ध प्रार्थना है कि ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री सूरज प्रकाश, 9891827669

श्री मातादीन गर्ग


श्री मातादीन गर्ग का 80 वर्ष की आयु में देहावसान हो गया। वह कल्याण विहार में रहते थे। उनकी बेटी ने देह दान के विषय को लेकर अपने परिवार की चर्चा को खुले मन से सांझा किया। बेटी ने बताया कि जब उनके पिता ने देह दान का संकल्प पत्र भरा था तो परिवार में भारी विरोध हुआ। लगभग डेढ़ वर्ष लगा उन्हें अपने परिवार को समझाने में। शुरू में उनकी पुत्री को भी देह-अंग दान विषय को समझने में काफी समय लगा। पर, बाद में उन्होंने पिता के साथ खड़े होकर इस विषय पर सहमति बनाई और समय आने पर पिता के नेत्र दान व देह दान की व्यवस्था की। श्री मातादीन के नेत्र एम्स की टीम द्वारा ससम्मान दान में लिए गए। मेडिकल के छात्रों की पढ़ाई के लिए उनका पार्थिव शरीर भी 4 मार्च, 2020 को एम्स में दान कर दिया गया। मानवता की सेवा के लिए किए गए इस महादान के लिए परिवारजनों का साधुवाद। दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश चरणों में विनम्र प्रार्थना।

सम्पर्क सूत्र - पुत्री डाॅ. सुनीता, 9868067596

श्रीमती हरदेवी खेतवानी


अशोक विहार निवासी श्रीमती हरदेवी खेतवानी का 9 मार्च, 2020 को देहांत हो गया। वह 71 वर्ष की थीं। उनके पुत्र ने बहुत गर्व से बताया कि उनकी मां बहुत मीठे स्वभाव वाली धार्मिक महिला थीं। ब्रह्मकुमारी सत्संग में प्रतिदिन नियम से जाती थीं। श्रीमती हरदेवी अपने परिवार में सबसे बड़ी थीं और उन्होंने सुख-दुःख में सारे परिवार को संभाल रखा था। अपने नेत्र दान के विषय में भी उन्होंने परिवारजनों से चर्चा की हुई थी। परिवार ने उनके देहावसान के बाद उनके नेत्र दान की प्रक्रिया सम्पन्न करवा कर समाज में एक प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत किया है। परिवार का साधुवाद। वेणु आई सेन्टर की टीम ससम्मान उनके नेत्र दान में लेकर गई। दिवंगत आत्मा को ईश्वर अपने श्रीचरणों में स्थान दें।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री राजेश, 9871224477

श्रीमती सुरिन्दर आनन्द



श्रीमती सुरिन्दर आनन्द का 80 वर्ष की आयु में देहावसान हुआ। वह कर्मपुरा, दिल्ली की निवासी थीं। हरियाणा के एक सरकारी स्कूल में वह प्रिन्सिपल रहीं। स्वर्गीय सुरिन्दर के पुत्र ने आदरपूर्वक उन्हें याद करते हुए बताया कि अंतिम समय तक वह स्वावलम्बी व सक्रिय रहीं। अनुशासन उनके जीवन का हिस्सा था। आनन्दपुर साहब कुटिया से वह जुड़ी हुई थीं। तन, मन, धन से हर एक की मदद करने को वह तत्पर रहती थीं। परिवार ने 11 मार्च, 2020 स्वर्गीय सुरिन्दर का नेत्र दान करने का निर्णय लेकर समाज में एक प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत किया है। वेणु आई सेन्टर की टीम ससम्मान उनके नेत्र दान में लेकर गई। विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि उनके एकमात्र पुत्र ने इसके बाद नेत्र दान के विषय में समाज में जागरण लाने का काम और अधिक सक्रियता से करना शुरू कर दिया है। परिवार का अभिवादन। दधीचि देह दान समिति परिवार दिवंगत आत्मा के लिए अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करता है।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री संजय, 9599676720

श्री रवीन्द्र गुलानी


श्री रवीन्द्र गुलानी ने 59 वर्ष की आयु में अपनी इहलीला समाप्त की। वह मानसरोवर गार्डन, दिल्ली में रहते थे। उनकी पत्नी ने बताया कि वह बहुत खुशमिजाज़ व मस्त स्वभाव के व्यक्ति थे। क्रिकेट व बैडमिन्टन खेला करते थे। दान करने में उनका बहुत विश्वास था। ज़रूरतमंद लोगों की हर सम्भव सहायता करते थे। मार्च 2019 में उन्होंने नेत्र दान व देह दान का संकल्प लिया था। परिवारजनों का साधुवाद जिन्होंने उनके संकल्प का सम्मान किया। 14 मार्च, 2020 को स्वर्गीय रवीन्द्र का पार्थिव शरीर अम्बेडकर मेडिकल काॅलेज के छात्रों की पढ़ाई के लिए दान में दे दिया गया। चिकित्सा शास्त्र की सेवा के लिए किया गया यह महादान समाज को प्रेरणा भी देता है। एम्स की टीम द्वारा स्वर्गीय रवीन्द्र के नेत्र ससम्मान दान में लिए गए। समिति दिवंगत आत्मा को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करती है।

सम्पर्क सूत्र - दामाद श्री विक्रम, 9872450260

श्री महेन्द्र कुमार जैन


श्री महेन्द्र कुमार जैन ने 79 वर्ष की आयु में अपनी इहलीला समाप्त की। वह पहाड़ी धीरज, सदर बाज़ार के निवासी थे। उनके पुत्र से बात होने पर पता चला कि वह धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति थे। प्रतिदिन मन्दिर जाना व मन्दिर से जुड़ी गतिविधियों में भाग लेना ही उनका नियमित कार्यक्रम था। नेत्र दान करने की इच्छा श्री महेन्द्र ने अपने जीवनकाल में ही परिवार को बता रखी थी। श्री महेन्द्र कुमार के परिवारजनों ने उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए, मरणोपरान्त 16 मार्च, 2020 को उनके नेत्र एम्स, दिल्ली में दान किए। समाज में एक प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत करने के लिए परिवारजनों का साधुवाद। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री अरुण जैन, 9810230797

श्री सत्यपाल सिंह


श्री सत्यपाल सिंह का 96 वर्ष की आयु में 20 मार्च, 2020 को निधन हो गया। वह उत्तम नगर में रहते थे। उनका मृत शरीर चिकित्सा छात्रों की पढ़ाई के लिए अम्बेडकर मेडिकल काॅलेज को दान कर दिया गया। समाज के लिए किए गए इस प्रेरक दान के लिए परिवारजनों का साधुवाद। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें।

सम्पर्क सूत्र - पुत्र श्री राजकुमार, 9891780982