संघ प्रमुख, माननीय श्री मोहन भागवत जी ने कहा कि कठिन समय है, लेकिन यह परिस्थिति है, इसको स्वीकार करते हुए हम अपने मन को नेगेटिव नहीं होने देंगे। मुख्य बात मन की है । विकृति के बीच संस्कृति की बात भी सामने आई है। वर्तमान समय निराशा का नहीं, लड़ने का है । भारत को विश्व के सामने अपना उदाहरण रखना है।
पद्मश्री निवेदिता जी के अनुसार हम जीतेंगे और निश्चित जीतेंगे क्योंकि भारत एक साधारण राष्ट्र नहीं है, यह एक अत्यंत प्राचीन राष्ट्र है जिसने अनेक संकटों का सामना किया है और उन संकटों का सामना करते हुए यह राष्ट्र हमेशा उभरा है।
व्याख्यानमाला POSITIVITY UNLIMITED के अंतर्गत, विभिन्न क्षेत्रों के महान चिंतकों ने, समाज में संकट पर विजय के लिए करुणा, सेवा व सकारात्मकता बनाए रखने का आह्वान किया । श्रृंखला का आयोजन COVID RESPONSE TEAM ने किया था ।
हमारा यह अंक भी सकारात्मकता पर आधारित है । समिति का यह छोटा सा प्रयास, इस आशा के साथ आपके सामने प्रस्तुत है कि आप व आपका परिवार इस संकट की घडी का सफलतापूर्वक सामना कर सकें ।
भय के वातावरण से उभर कर अपना अपना दायित्व हम सबको निभाना है। विश्वास है कि यह काल जिसमें हमें अपने परिवार के साथ अंदर ही रहना पड़ रहा है, हम कुछ ऐसा करें कि भविष्य में यह कालखंड हमारे व बच्चों के मन में एक अविस्मरणीय काल हो जाए । याद रहे, सबूरी कोई कमजोरी नहीं है, यह एक ताकत है।
स्वस्थ रहें प्रसन्न रहें।
शुभम्
आपका
हर्ष मल्होत्रा